आज वर्ल्ड स्माइल डे है, तो इस अवसर पर जानिये की हम इस दिन को क्यों मनाते हैं, और साथ ही आज 'वर्ल्ड स्माइल डे' पर 'हंसिये, मुस्कुराइये, गुनगुनाइये .'
जब अपनी सहज मुस्कान और बढती लोकप्रियता के कारण स्माइली का प्रयग व्यवसायिक तौर पर व्यापक रूप से होने लगा तो, हार्वी ने महसूस किया की कहीं यह अपने असली पहचान ही ना खो दे, तब उन्होंने 'स्माइली डे' मनाने की परंपरा शुरू कर दी. १९९९ में पहली बार इए १ अक्टूबर को मनाया गया और तब से अब तक हर साल अक्टूबर के पहले शुक्रवार को पुरे विश्व में 'स्माइली डे' मनाने की परंपरा चल पड़ी है.
२००१ में हार्वी रोज बाल का निधन हो गया, पर उनके द्वारा फैलाए जानेवाले महान सन्देश की खुशबू को पुरे विश्व में कायम रखने के लिए उनके नाम से बने फाउंडेशन ने इस खास दिन को मनाने की परंपरा जारी राखी है.
फाउंडेशन का मुख्या स्लोगन है :-
"improving this world, one smile at a time."
२०१५ में अक्टूबर का पहला शुक्रवार २ अक्टूबर को है, तो 'वर्ल्ड स्माइल डे' भी इसी दिन है.
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